भोपाल. राजधानी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर के बाद भोपाल को रेड जोन सिटी घोषित किया गया है। यहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा मंगलवार को 160 पहुंच गया। यहां तक की शहर में कोरोना से 4 मौत भी हो चुकी है। इसमें दो मौतें जहांगीराबाद इलाके के अहीर मोहल्ले में हुई हैं, जिससे इस क्षेत्र को पूरी तरह से सील करने के बाद मंगलवार से डॉक्टरों की टीम उतार दी गई है। असल में, प्रशासन को यहां पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा दिख रहा है। ऐसे में मोहल्ले में मेडिकल टीम कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करके दो दिन में 8-10 हजार लोगों की स्क्रीनिंग और सैंपलिंग करेगी। असल में, जिन लोगों की मौत हुई है, उनकी कोरोना रिपोर्ट तीन दिन बाद पॉजिटिव आई। इससे क्षेत्र में और ज्यादा दहशत फैल गई है।
मौत के बाद आई रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो कलेक्टर ने लिया निर्णय
भोपाल में कोरोना से 3 मरीजों की हुई मौत के बाद टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसे देखते हुए भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने जहांगीराबाद इलाके को सील कर दिया है। यहां पर दो दर्जन स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्क्रीनिंग के लिए तैनात की गई हैं। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर इस क्षेत्र की स्क्रीनिंग और सैंपलिंग कराने की योजना बनाई। मंगलवार से मेडिकल टीमों ने जहांगीराबाद क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे और जांच शुरू कर दी है। इसमें मृतकों के परिजनों के साथ ही उनके घर में आने–जाने वाले लोग, अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की पहचान कर उनकी स्क्रीनिंग और सैंपलिंग की जा रही है। टीम ने तय किया है कि क्षेत्र से करीबन 800 सैंपल कलेक्ट किए जाएंगे।
मृतक कोरोना संक्रमित कैसे हुए, इसकी जांच होगी
कलेक्टर पिथोड़े ने कम्युनिटी ट्रांसमिशन की जानकारी लेने और कोरोना से संक्रमित लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराने के लिए जहांगीराबाद इलाके के अहीर मोहल्ले को सील किया है। जहांगीराबाद क्षेत्र के जिन दो लोगों की मौतें हुई वे पहले से बीमार चल रहे थे। एक मरीज टीबी से ग्रसित था तो दूसरे को कैंसर की बीमारी थी। बीमारी के कारण मरीज घर से बाहर नहीं निकलते थे। फिर भी इन तक संक्रमण पहुंच गया।