7 राज्यों से ग्राउंड रिपोर्ट / 15 जिलों में 23 संक्रमित बने कोरोना कैरियर, 558 लोगों तक पहुंचाया महामारी का संक्रमण

 



लखनऊ/ पुणे/ जयपुर/ भोपाल/ जालंधर. विदेशों से अपने घर लौटे कई लोग अपने साथ कोरोनावायरस का संक्रमण भी लेकर आए। यह लोग कोरोना कैरियर बने और इससे अपने साथ अपने परिवार, रिश्तेदार और पड़ोस के लोगों को संक्रमित किया। हमने देश के सात राज्यों के 15 जिलों का हाल जाना। यहां 22 संक्रमित लोग कोरोना कैरियर बने, जिन्होंने 558 लोगों को संक्रमित किया। पढ़िए ये रिपोर्ट....


महाराष्ट्र: सांगली में सऊदी से लौटे परिजन से परिवार के 26 लोग संक्रमित
महाराष्ट्र के सांगली के इस्लामपुर में एक परिवार के 26 लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे। यह पूरा परिवार छोटी सी जगह में बने चार कमरे के मकान रहता है, जिस वजह से सभी में संक्रमण तेजी से फैला। इस परिवार के चार सदस्य सऊदी से लौटे थे, जिनमें से एक अपने साथ संक्रमण लाया था। 23 मार्च को परिवार के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इनमें दो साल का बच्चा भी शामिल थी। 10 अप्रैल को इस परिवार के 22 सदस्य ठीक होकर घर वापस आ गए हैं। डॉ. सीएस सालुखे ने बताया- इनमें से 24 सदस्य जांच में दो बार निगेटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम पड़ोसियों की भी नियमित जांच कर रही है।



राजस्थान: 4 शहरों में चार लोगों ने 232 को संक्रमित किया



  • जयपुर: ओमान से संक्रमित होकर आए एक शख्स के असंयमित व्यवहार ने जयपुर को संकट में डाल दिया है। सबसे पहले पहले इसका दोस्त कोरोना की चपेट में आया। फिर एक अन्य रिश्तेदार। इसके बाद लगातार केस सामने आ रहे हैं। अब तक इसके संपर्क में आए 170 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

  • भीलवाड़ा: 20 मार्च को भीलवाड़ा में सबसे पहले बांगड़ अस्पताल के एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिला। इसके घर सउदी से कुछ मेहमान आए थे। उसके साथ 6 डॉक्टर और चिकित्साकर्मी भी पहले दिन कोरोना पॉजिटिव मिले। ये अस्पताल भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर बन गया। जिसके बाद भीलवाड़ा में संक्रमितों की संख्या 26 तक पहुंच गई। यहां इलाज के दौरान 73 साल और 60 साल के बुजुर्ग की मौत भी हो चुकी है।

  • झालावाड़: यहां एक ही परिवार के 12 लोग संक्रमित हैं। पिड़ावा के दललेपुरा मोहल्ला के रहने वाले इस परिवार के दो लोग 18 मार्च को इंदौर शादी की खरीदारी करने गए थे। आशंका है कि इनमें से एक वहीं संक्रमण का शिकार हुआ और परिवार को बीमार किया।

  • बांसवाड़ा: कुशलगढ़ में 4 अप्रैल को पहली बार पिता-पुत्र पॉजीटिव मिले थे। इसके बाद एक ही सप्ताह में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24 पर पहुंच गई है। यह सभी एक समुदाय के हैं और एक ही गली में रहते हैं। सामूहिक भोज और नमाज के दौरान आपस में मिलने के कारण उनमें संक्रमण फैल गया।



झारखंड: धर्म प्रचार करने आई महिला से 8 लोग संक्रमित
रांची के हिंदपीढ़ी में पहली मरीज 31 मार्च को मिली थी। यह महिला मलेशिया से धर्म प्रचार के लिए रांची आई थी। छह अप्रैल को हिंदपीढ़ी में दूसरी महिला संक्रमित मिली। दूसरी महिला भी मलेशियाई युवती के कारण ही संक्रमण की शिकार हुई। आठ अप्रैल को हिंदपीढ़ी के पांच अन्य मरीजों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। सभी पांच मरीज दूसरी पॉजिटिव महिला के परिवार के सदस्य हैं। 11 अप्रैल को हिंदपीढ़ी में संक्रमित आठवें मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री का पता नहीं चल सकी है।


पंजाब: तीन जिलों में 89 संक्रमित, मोहाली में कोरोना कैरियर का पता नहीं



  • नवांशहर: जिले के गांव पठलावा के एक व्यक्ति फरवरी के अंतिम सप्ताह में जर्मनी में एक धार्मिक कार्यक्रम में गए थे। वहां से वापस आने के बाद 6 मार्च को यह कोरोना संक्रमित मिले। उसके संपर्क में आए तमाम लोगों की कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई और नवांशहर के अलावा होशियारपुर व जालंधर में 25 लोग संक्रमित मिले। इनमें से उनके बेटे, बहु, बेटी, दोहता और पोता-पोतियां समेत 10 लोग शामिल हैं। इनमें से 8 लोग ठीक हो चुके हैं।

  • पठानकोट: यहां के सुजानपुर में 7 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के बाद जान गंवाने वाली महिला ने 14 लोगों तक बीमारी पहुंची। इनमें से छह लोग उसके परिवार के और बाकी आठ- नौकरानी, पड़ोसी और रिश्तेदार हैं। महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। उसका बेटा चंडीगढ़ में काम करता है और पिछले दिनों उसके घर कनाडा से रिश्तेदार आए थे। महिला कैसे संक्रमित हुई, इसके बारे में जांच की जा रही है।


मोहाली: जिले के डेरा बस्सी इलाके के गांव जवाहरपुर में शनिवार तक 50 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इस गांव के बिगड़े माहौल की वजह से मोहाली जिला पंजाब में कोरोना का एपिसेंटर बन गया है। यहां कोरोना कैसे पहुंचा, इसकी जानकारी अभी किसी के पास नहीं है।


एमपी: तेरहवीं में समाज को, धरने से परिवार को बांटा कोरोना



  • उज्जैन: 25 मार्च को उज्जैन निवासी 65 साल की महिला एमवय अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। यह कोरोना संक्रमित थी। महिला के बारे में पता चला कि वह कुछ दिनों पहले तक सीएए के विरोध में बेगमगंज में चल रहे धरने में शामिल हुई थीं। उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली, ऐसे में उनके वहीं से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। उनकी मौत के बाद परिवार के पांच अन्य लोग भी संक्रमित मिले।

  • मुरैना: दुबई में वेटर का काम करने वाला एक युवक 17 मार्च को यहां अपनी मां की तेरहवीं में आया था। 31 मार्च को उसकी जांच हुई तो वह संक्रमित मिला। 3 अप्रैल को उसकी पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई। तेरहवीं में शामिल हु 9 रिश्तेदारों में भी संक्रमण मिला। युवक से कुल 14 लोग संक्रमित हुए हैं। तेरहवीं भोज में 800 परिवार के 1500 लोग शामिल हुए थे। प्रशासन ने भोज में शामिल 800 से अधिक परिवारों को पहचानने और उन्हें क्वारैंटाइन किया है। तेरहवी कार्यक्रम में आसपास पांच जिलों के अतिरिक्त यूपी और राजस्थान से भी रिश्तेदार आए थे।

  • इंदौर: तंजीम नगर में एक परिवार के 12 लोग कोरोना संक्रमित हैं। इन सभी को परिवार के 42 साल के व्यक्ति से संक्रमण हुआ है। 16 लोगों का यह परिवार छोटे से दो मंजिला मकान में रहता है। 42 साल का यह व्यक्ति 28 मार्च को टीबी अस्पताल से यह कहकर भाग गया था कि वह कभी विदेश नहीं गया, उसे कोई बीमारी नहीं है। इसके भागने के बाद विभाग ने इसके संपर्क में आने वाले 54 लोगों को क्वारैंटाइन किया, उन्हीं में से परिवार के 12 लोग पॉजीटिव मिले। इसमें उसकी पत्नी, दो बेटियां, भाई और एक किरायेदार भी हैं।



छत्तीसगढ़: जमाती के जनाजे शामिल किशोर संक्रमित, इसके संपर्क में आए 10 जिलों के लोग खतरे में
कोरबा के कटघोरा में 16 साल का एक लड़का तब्लीगी जमात से लौटा था। उसके साथ 30 लोग और मरकज से लौटे थे। इन लोगों ने झूठ बोला कि मरकज में नहीं गए। प्रशासन ने एहतियातन सैम्पल लिया और सबको मस्जिद में क्वारैंटाइन किया। इसके बाद भी ये लोग शहर में घूमते रहे। इसमें किशोर की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। एक जमाती की मौत हुई थी। उसके जनाजे में मना करने के बाद भी ये सब लोग भी शामिल हुए थे। इससे जनाज़े में शामिल किशोर के संपर्क में आए आठ लोग भी संक्रमित हो गए हैं। इस जनाजे में छत्तीसगढ़ के 10 जिलों के लोग शामिल हुए थे। अब उन पर और उनसे मिलने वालों में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। जिस जमाती के जनाजे में यह लोग शामिल हुए थे, उसके परिवार के तीन लोग भी संक्रमित हुए हैं।


यूपी: ताजनगरी की हालत सबसे ज्यादा खराब



  • आगरा: ताजनगरी में प्रदेश के सबसे ज्यादा 139 संक्रमित मरीज हैं। यहां 44 लोग विदेश से आए आठ लोगों से संक्रमित हुए हैं। तीन मार्च को इटली से आए जूता कारोबारी परिवार के 6 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई और फिर 7 मार्च उनका मैनेजर और आठ मार्च मैनेजर की पत्नी संक्रमित पाए गए। 26 मार्च अमेरिका से लौटा डॉक्टर का बेटा, 27 मार्च लंदन से लौटी आटोमोबाइल कारोबारी की बेटी, 29 मार्च इंग्लैंड से लौटा कॉलेज संचालक का बेटा, 5 अप्रैल दुबई से लौटे युवक, 6 अप्रैल को दुबई से लौटे व्यापारी समेत आठ विदेश से आए लोगों ने यहां संक्रमण फैलाया।

  • फतेहपुर सीकरी: आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी में चार अप्रैल को मुंबई से लौटे गाइड के बेटा संक्रमित मिला। पूरे परिवार के सैंपल लिए गए तो 13 और लोग पॉजिटिव मिले। इनमें गाइड और उनके दो ड्राइवर भी शामिल हैं। ये लोग मुख्य बाजार के रहने वाले हैं। इस पूरे इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करके सील कर दिया गया है।

  • मेरठ: महाराष्ट्र के अमरावती से आए व्यक्ति ने 17 लोगों को संक्रमित किया। इस व्यक्ति से संक्रमित हुए उसके ससुर की मौत हो चुकी है। जिले का यह पहला केस 27 मार्च को सामने आया था। बुलंदशहर के खुर्जा का रहने वाला यह व्यक्ति 19 मार्च की रात में मेरठ में रेल से सफर कर अपनी ससुराल पहुंचा था। यहां यह एक शादी समारोह में शामिल हुआ और आसपास की कई मस्जिदों में नमाज पढ़ने भी गया। इस दौरान ये कई लोगों से मिला था। 27 मार्च को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसके संपर्क में आए परिवार और रिश्तेदारों को क्वारैंटाइन करके सैंपल जांच के लिए भेजे थे। 28 मार्च को पता चला- व्यक्ति की पत्नी और रिश्तेदार समेत 17 लोग पॉजीटिव आए हैं।