- 49 साल के फडणवीस राज्य के 28वें मुख्यमंत्री बने, मां नहीं चाहती थी कि वे राजनीति में आएं
- वे 1997 में नागपुर से भारत के दूसरे सबसे युवा मेयर बने थे, तब उनकी उम्र 27 साल थी
- अटलजी ने फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा था- क्या स्मार्ट मॉडल विधायक है
मुंबई. महाराष्ट्र में शनिवार को बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ। सुबह 7:30 बजे देवेंद्र फडणवीस (49) ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे राज्य के 28वें मुख्यमंत्री बने हैं। वहीं, राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। फडणवीस, नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक हैं। वे राज्य में 52 साल के इतिहास में पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने पांच साल इस पद पर रहने के बाद अगले ही कार्यकाल में फिर प्रदेश की कमान संभाली है। हालांकि, इस दौरान राज्य में 11 दिन राष्ट्रपति शासन भी लगा रहा। पहली बार ऐसा करने की उपलब्धि कांग्रेस के वसंतराव नाइक के नाम है।
- फडणवीस 2014 में राज्य के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बने थे। तब वे 44 साल के थे। शरद पवार 38 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बने थे।
- फडणवीस 21 साल की उम्र में पहली बार पार्षद चुने गए थे। वे 1997 में नागपुर से देश के दूसरे सबसे युवा मेयर बने थे। तब वे 27 साल के थे।
- फडणवीस के पिता गंगाधर राव एमएलसी थे और भाजपा नेता नितिन गडकरी के राजनीतिक गुरु भी थे।
- आपातकाल के दौरान फडणवीस के पिता जेल गए थे। इमरजेंसी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लागू की थी, इसलिए देवेंद्र फडणवीस ने स्थानीय इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने से मना कर दिया और सरस्वती विद्यालय में एडमिशन करा लिया।
- फडणवीस 17 साल के थे तब उनके पिता का 71 साल की उम्र में निधन हो गया था।
- फडणवीस को 2002-2003 में कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी एसोसिएशन ने सबसे अच्छे विधायक के अवार्ड से नवाजा था। 2016 में विदर्भ में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उन्हें नागभूषण अवार्ड से सम्मानित किया।
- एक दोस्त के कहने पर फडणवीस ने नागपुर में मॉडलिंग का काम शुरू किया। बाद में लॉ की पढ़ाई की, लेकिन प्रैक्टिस नहीं की। बाद में बिजनेस मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की पढ़ाई की।
वसंतराव दूसरा कार्यकाल पाने वाले पहले मुख्यमंत्री थे
फडणवीस से पहले कांग्रेस के वसंतराव नाइक पांच साल पूरे करके लगातार दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री बने थे। वे पहले 1963 में मुख्यमंत्री बने। दूसरी बार उन्होंने 1967 में यह पद संभाला। वे तीसरी बार 13 मार्च 1972 को फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1975 में आपातकाल के दौरान उन्हें पद से हटाकर शंकरराव चव्हाण को राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया था। महाराष्ट्र में 1960 से 2014 तक 28 मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 18 अलग-अलग बार इस पद रहे।
मां ने राजनीति में आने से किया था माना
करीबियों के मुताबिक, पिता के निधन के बाद देवेंद्र जन संघ में शामिल होना चाहते थे। शुरू में मां के विरोध के चलते उन्होंने राजनीति से दूरी तक बना ली थी, लेकिन करीबियों के समझाने के बाद फडणवीस सक्रिय रूप से जनसंघ से जुड़े। वह शनि के भक्त हैं।
अटल जी ने फडणवीस को कहा था मॉडल विधायक
जब केंद्र में अटल बिहारी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी। उस समय नागपुर के रहने वाले एडवोकेट अप्पा साहेब घटाटे ने देवेंद्र के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बताया था। फिर वाजपेयी ने भी इस मॉडल विधायक से मिलने की इच्छा जताई। इसके बाद फडणवीस एडवोकेट घटाटे के साथ प्रधानमंत्री से मिलने दिल्ली गए। प्रधानमंत्री ने मुलाकात के बाद देवेंद्र की तारीफ करते हुए कहा, वाह क्या स्मार्ट मॉडल विधायक है।